पूर्णिया ज़िले के सभी नौ केंद्रों पर कोविड-19 टीकाकरण का हुआ शुभारंभ

 



- सदर अस्पताल स्थित ब्लड बैंक के लेब टेक्नीशियन अभिजीत आनंद ने लिया पहला टीका 

-डीएम, सीएस व सदर विधायक ने संयुक्त रूप से की अभियान की शुरुआत

-कोरोना योद्धाओं को लगाया गया पहले चरण का टीका, लाभार्थियों ने साझा किया अपना अनुभव

- टीकाकरण केंद्रों पर वेबकास्टिंग के माध्यम से पीएम मोदी ने किया देशवासियों को संबोधित


पूर्णिया। वैश्विक महामारी कोविड-19 संक्रमण काल से निबटने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान की शुरुआत की है। इसके साथ ही जिले के सभी टीकाकरण स्थल में कोरोना के खिलाफ विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण महाअभियान की शुरुआत की गयी। जिले के नौ केंद्रों को टीकाकरण के लिए चयनित किया गया है। पूर्णिया के जिलाधिकारी राहुल कुमार, सीएस डॉ उमेश शर्मा, विधायक विजय खेमका, सहित कई अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से सदर अस्पताल एवं मैक्स-7 अस्पताल में टीकाकरण महाअभियान का शुभारंभ किया गया। सदर अस्पताल में उद्घाटन अवसर पर स्वास्थ्य विभाग से डीपीएम ब्रजेश कुमार सिंह, सदर अस्पताल के अस्पताल प्रबंधक सिंपी कुमारी, केयर इंडिया के डिटीएल आलोक पटनायक, यूनिसेफ़ से शिव शेखर आनंद, यूएनडीपी से सोमेश सिंह के अलावा वे कई अन्य लोग उपस्थित थे.


हमारे देश में निर्मित टीका पूरी तरह सुरक्षित :


उद्घाटन के बाद सदर विधायक विजय खेमका ने बताया यह टीकाकरण महाअभियान स्वास्थ्य देश और स्वास्थ्य समाज के लिए बहुत ही जरूरी है। कोविड टीकाकरण को लेकर किसी के भी मन में किसी तरह की कोई भ्रांति नहीं होनी चाहिए। यह हमारे देश में निर्मित स्वदेशी टीका है जो पूरी तरह परीक्षण के बाद आई है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी, सफाई कर्मचारी और अन्य चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। अस्पताल में वार्ड के भीतर और बाहर इन्हें कर्मचारियों की विशेष भूमिका रहती है। इसलिए टीकाकरण में पहला अधिकार इसी वर्ग के कर्मचारी को मिला है। जिले में 9 केंद्रों पर टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गयी है। जहां पर पहले से चयनित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को टीका लगाया जा रहा है।


टीका लेने के बाद भी कोविड प्रोटोकॉल का करें पालन :


जिलाधिकारी राहुल कुमार ने बताया कोरोना बचाव के लिए आया टीका का दो डोज लेना अनिवार्य है। दोनों डोज के बीच 28 दिनों का अंतराल हो सकता है। उन्होंने कहा कि टीका लगवाते ही आप ऐसा कभी न करें कि कोरोना के एहतियाती उपायों को भूल जाएं। इसके बाद भी लोगों को कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन जिसमें मास्‍क का उपयोग, दो गज की सामाजिक दूरी, सैनिनीटाइजर का इस्तेमाल आदि का उपयोग करना जरूरी है। दूसरी डोज लगने के 2 हफ्ते बाद ही आपके शरीर में कोरोना के विरुद्ध जरूरी शक्ति विकसित हो पाएगी।


ये रहे कोविड-19 टीका लेने वाले पहले कोरोना योद्धा (वारियर्स) :


सबसे पहले सदर अस्पताल स्थित ब्लड बैंक के लैब लेब टेक्नीशियन अभिजीत आनंद को टीका लगाया गया। इसके बाद भवानीपुर सीएचसी के एमओआईसी डॉ नवीन कुमार, धमदाहा स्वास्थ्य केन्द्र पर लैब टेक्नीशियन रंजीत कुमार एवं डगरुआ स्वास्थ्य केन्द्र के बीसीएम प्रियंका कुमारी को टीका लगाया गया। 


टीका लगाने के बाद लाभार्थी ने साझा किया अनुभव :


सदर अस्पताल में प्रथम टीका लेने के बाद लैब टेक्नीशियन अभिजीत आनंद ने बताया मुझे टीका लगाने से मुझे बहुत ज्यादा गर्व महसूस हो रहा है कि सबसे पहले वैक्सीनेशन के लिए मुझे चुना गया। टीकाकरण के लिए नाम भेजने से पहले और बाद में मेरे मन में किसी भी तरह का कोई डर नहीं है, क्योंकि जब तक हमलोग टीकाकरण नहीं ही कराते हैं तब तक किसी और को जागरूक कैसे कर सकते हैं। कोविड टीकाकरण वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। जिलेवासियों से अपील करते हुए अभिजीत ने कहा आप सभी लोग इस टीका को आवश्य ही लें ताकि हमलोग इस वैश्विक महामारी कोविड-19 को अपने देश से भगाने में कामयाब रहें और देश सुरक्षित रहे।


प्रत्येक सत्र पर 100 कर्मियों को वैक्सीनेशन का लक्ष्य: 


सिविल सर्जन डॉ उमेश शर्मा ने बताया जिले के प्रत्येक सत्रों पर कोविन पोर्टल पंजीकृत स्वास्थ्य कर्मियों की सूची में से सौ-सौ कर्मियों की सूची तैयार की गयी थी। प्रत्येक सत्र पर 100 लोगों को टीकाकरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस तरह से जिले में प्रथम दिन 900 स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है हैं।


सभी टीकाकरण केंद्र पर बनाये गए हैं तीन कक्ष : 


डीएम राहुल कुमार ने बताया टीकाकरण के लिए प्रत्येक सत्र स्थल पर 3 कक्ष उपलब्ध कराया गया है हैं। जिसमें पहला कक्ष लाभार्थियों को टीका लेने के लिए वेटिंग एरिया, दूसरा कक्ष टीकाकरण के लिए एवं तीसरा कक्ष टीकाकरण के बाद लगभग 30 मिनट तक लाभार्थियों की निगरानी के लिए, ऑब्जर्वेशन रूम में पर्याप्त संख्या में बेड एवं कुर्सी की उपलब्धता भी सुनिश्चित की गयी है।


टीका लगने के बाद किया गया अवलोकन:


डीआईओ डॉ सुभाष चंद्र पासवान ने बताया सभी टीकाकरण केंद्रों पर लाभार्थियों को आब्जर्वेशन रूम में बैठाया गया, ताकि वैक्सीनेशन के बाद उसका कोई साइड इफेक्ट तो नहीं हो रहा है। टीकाकरण के बाद उनको कैसा महसूस हो रहा है, किसी को चक्कर या उल्टी करने जैसा महसूस तो नहीं ही हो रहा है हैं, उसका अवलोकन करने के लिए उन्हें केंद्र के आब्जर्वेशन केंद्र पर रखा गया। उन्हें आधा घंटा रखने के बाद ही घर वापस जाने दिया गया हैं।


ज़िले के सभी टीकाकरण केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की थी व्यवस्था:


जिले के सभी टीकाकरण सत्र स्थलों पर एनआईसी के माध्यम से लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई थी। जिसमें देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा संबोधित किया जा रहा था। सभी केंद्रों पर एलईडी टीवी, लैपटॉप व अन्य जरूरी उपकरणों की व्यवस्था की गयी थी। साथ ही सभी टीकाकरण सत्र स्थलों पर प्रचार- प्रसार के लिए  बैनर-पोस्टर एवं साज-सज्जा सामग्रियों का समुचित प्रबंध किया गया है। टीकाकरण केंद्रों पर प्रचुर मात्रा में हैंड सैनिटाइजर, मास्क आदि की व्यवस्था की गयी थी, ताकि लाभार्थियों एवं कर्मियों के द्वारा हैंड सैनिटाइजर का उपयोग किया जा सके। साथ ही कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए सफाई की व्यवस्था के साथ ही सामाजिक दूरी का पालन भी कराया गया था।

Comments

Popular posts from this blog

क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट चिकित्सक डॉ नागमणि और उनकी टीम ने कोरोना को मात देने में निभाई भूमिका

पूर्णियाँ : कोरोना से सतर्क रहे नवजात शिशु, गर्भवती व धात्री महिलाऐं

अररिया : थैलेसीमिया के मरीजों की इम्युनिटी लेवल होता है कमजोर