प्रखंड संतमत सत्संग समिति की ओर से मनाई गई गुरु गोविंद सिंह की 354 वी जयंती




क्रूरता का मुकाबला वीरता से किए थे गुरु गोविंद सिंह ने - उदय शंकर

जमालपुर प्रखंड संतमत सत्संग समिति के तत्वाधान में दरियापुर स्थित प्रखंड सत्संग कार्यालय में एक बैठक आयोजित कर महान संत गुरु गोविंद सिंह जी महाराज की परम पावन जयंती मनाई गई।

इस अवसर पर पुष्पांजलि, भजन, सत्संग इत्यादि का कार्यक्रम संपन्न हुआ।बैठक की अध्यक्षता प्रखंड सत्संग अध्यक्ष प्रमोद यादव ने किया एवं संचालन सचिव उदय शंकर स्वर्णकार ने किया।
जयंती समारोह को संबोधित करते हुए प्रखंड संतमत सत्संग अध्यक्ष प्रमोद यादव ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह का जन्म पटना में हुआ था। उनके पिता का नाम गुरु तेगबहादुर और माता का नाम गजूरी था। गुरु गोविंद सिंह सिख धर्म के दसवें गुरु थे। उन्होंने हिंदू धर्म की रक्षा हेतु विधिवत् लड़ाई लड़ी थी।
सचिव उदय शंकर स्वर्णकार ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह ने क्रूरता का मुकाबला वीरता से किए था। वे ईश्वर के दूत थे। वे त्याग और बलिदान के प्रतिमूर्ति थे।
प्रचार मंत्री राजन कुमार चौरसिया ने कहा कि संतमत सत्संग में सभी प्रमुख संत महात्माओं की जयंती मनाने की परंपरा रही है। उसी के तहत आज सिख धर्म के दसवें गुरु गोविंद सिंह की 354 वीं जयंती निष्ठा पूर्वक मनाने का निर्णय लिया गया। संतों का जन्म सभी मानव जाति के कल्याण के लिए होता है गुरु गोविंद सिंह इसके प्रतिमूर्ति थे। संत संसार के प्राण होते हैं अगर इस संसार में संत लोग नहीं हुए होते तो यह संसार ही जलकर राख हो जाता।
मौके पर अनिल कुमार उर्फ पप्पू जी, राजेश सरस्वती ,सच्चिदानंद मंडल, अशोक तांती ,सूरज कुमार, पवन चौरसिया, अनिल कुमार मंडल, सुभाष चौरसिया, अभिमन्यु साह, अंबिका तांती, लालमणि मौजूद थे।

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